जी-7 सम्मेलन से इतर, प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति और वियतनाम के प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय बातचीत की। बैठक के दौरान श्री मोदी ने हिरोशिमा में बोधि पौधा लगाए जाने के लिए श्री किशिदा को धन्यवाद दिया। श्री मोदी ने इस वर्ष मार्च में यह पौधा उपहार स्वरूप दिया था। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार, अर्थव्यवस्था और संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत-जापान मित्रता को प्रगाढ बनाने के उपायों पर चर्चा की।
श्री मोदी और श्री किशिदा ने जी-7 और जी-20 की अपनी-अपनी अध्यक्षता के दौरान परस्पर तालमेल बढाने तथा ग्लोबल साउथ की आवाज को मजबूत करने के प्रयासों पर भी चर्चा की। उन्होंने सम-समायिक क्षेत्रीय घटनाक्रम और हिंद-प्रशांत में सहयोग बढ़ाने पर विमर्श किया। दोनों नेताओं ने आपसी सामरिक और वैश्विक साझेदारी को अधिक मजबूत बनाने पर चर्चा की। वार्ता में शिक्षा, कौशल विकास, पर्यटन, पर्यावरण अनुकूल जीवन-शैली, ग्रीन हाइड्रोजन, उच्च प्रौद्योगिकी, सेमीकंडक्टर, डिजिटल सार्वजनिक ढांचे, आतंकवाद से मुकाबले और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में सुधार के मुद्दे शामिल थे।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वार्ता बहुत सार्थक रही। दोनों नेताओं ने विकास के प्रमुख क्षेत्रों में देनों देशों के संबंधों को और प्रगाढ करने के उपायों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, उच्च प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी हार्डवेयर विनिर्माण, रक्षा, सेमीकंडक्टर और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति व्यक्त की। श्री मोदी और श्री योल ने जी-20 की भारत की अध्यक्षता और दक्षिण कोरिया हिन्द-प्रशांत रणनीति पर भी वार्ता की।